इस बात बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि वर्ल्ड क्रिकेट में भारत का दबदबा है। पिछले काफी सालों से भारत की तरफ से एक से बढ़कर एक खिलाड़ी देखने को मिले है जिन्होंने वर्ल्ड क्रिकेट में अपना एक अलग मुकाम बनाया है।
लगभग हर विदेशी खिलाड़ी का सपना होता है कि वह एक दिन भारतीय क्रिकेटरों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करे। हालांकि, भारतीय क्रिकेटर खुद प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के लिए आपस में तगड़ा मुकाबला करते हैं।
यदि कोई खिलाड़ी दो या तीन मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता है तो टीम में उसकी जगह सवालों के घेरे में आ जाती है। डेब्यू पर अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद कुछ डेब्यूटेंट खिलाड़ी टीम में अपनी जगह नहीं बना पाए है।
कुछ लोगों को लगता है कि एक बार जब कोई खिलाड़ी 35 या उससे अधिक का हो जाता है, तो टीम को उसकी जगह किसी युवा खिलाड़ी को लेने के बारे में सोचना चाहिए।
तो आज हम आपको उन चार भारतीय क्रिकेटरों के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने 35 साल की उम्र के बाद भी इंटरनेशनल क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है।
1. सचिन तेंदुलकर
इस लिस्ट में टॉप पर सचिन तेंदुलकर ने अपनी जगह बनाई है। सचिन ने 35 साल की उम्र में देश के लिए रनों का ढेर बनाया।
एकदिवसीय में उन्होंने 36 साल की उम्र में पहले 167 रन, फिर 175 रन ठोके, 37 साल की उम्र में वनडे में दोहरा शतक बनाया और फिर 38 की उम्र में 2011 के वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन बना डाले। वर्ष 2010 में उन्होंने 1500 से अधिक रन बनाये।
2009 से 2011 तक सचिन ने कुल 29 टेस्ट में 2859 रन बनाये। उनका औसत 64 से ऊपर रहा और उन्होंने अफ्रीका और न्यूज़ीलैंड में बेमिसाल प्रदर्शन किया। सचिन ने 10 शतक और 13 अर्धशतक जड़े।
2009-2011 तक सचिन ने वनडे में 54 से ज्यादा की औसत और 95 से ऊपर के स्ट्राइक रेट से 1600 से ज्यादा रन बनाए। वनडे में उन्होंने 6 शतक और 5 पचासे जड़े।
उनका 95 का स्ट्राइक रेट, सहवाग के 124 और रैना के 99 के बाद सबसे ज्यादा था। वह उस उम्र में भी धोनी के 85, कोहली के 85, युवी के 84 और गंभीर के 91 के स्ट्राइक रेट से काफी आगे थे।
उनके वनडे करियर की बात की जाये तो उन्होंने 463 मैच खेले है और 44.83 के औसत की मदद से 18426 रन बनाये है। वनडे में उनके नाम 49 शतक, एक दोहरा शतक और 96 अर्धशतक दर्ज है
मास्टर ब्लास्टर के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने 200 मैच खेले है और 53.79 के औसत की मदद से 15921 रन अपने खाते में जोड़ने में कामयाब रहे है।
इस दौरान उनके बल्ले से 51 शतक, 6 दोहरे शतक और 68 अर्धशतक लगाए है। इसके अलावा उन्होंने भारत के लिए एक टी20 इंटरनेशनल मैच खेला है और 10 रन अपने खाते में जोड़े है।
2. एम एस धोनी
इस लिस्ट में पूर्व भारतीय कप्तान एम एस धोनी भी अपना नाम दर्ज करवाने में सफल हो गए है। धोनी 7 जुलाई 2016 को 35 साल के हो गए।
उन्होंने अपने 35वें जन्मदिन के बाद वनडे और टी20 इंटरनेशनल में भारत के लिए कुछ बेहतरीन पारियां खेली। उनका सबसे यादगार प्रदर्शन 2019 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर था, जहां उन्होंने वनडे में मैन ऑफ द सीरीज का खिताब अपने नाम किया था।
दाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी के वनडे करियर की बात करें तो उन्होंने 350 मैच खेले है और 50.58 के औसत की मदद से 10773 रन बनाये है। वनडे में उन्होंने 10 शतक और 73 अर्धशतक लगाए है।
3. आशीष नेहरा
दिग्गज तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने 2015/16 में भारतीय टी20 इंटरनेशनल टीम में शानदार वापसी की। वो टी20 वर्ल्ड कप 2016 में भारतीय टीम के लिए भी खेला और 2017 में उन्हें एक शानदार फेयरवेल मिला।
नेहरा के टी20 इंटरनेशनल करियर की बात की जाये तो उन्होंने 27 मैच खेले है और 7.73 के इकॉनमी रेट की मदद से 34 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है।
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज के आईपीएल करियर की बात करें तो उन्होंने 88 मैच खेले है और 7.85 के इकॉनमी रेट के साथ 106 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई है।
4. दिनेश कार्तिक
हर किसी को लग रहा था कि विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक फिर कभी भारत के लिए नहीं खेलेंगे, तो उन्होंने आरसीबी के साथ आईपीएल 2022 के शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम में वापसी की।
कार्तिक अभी 37 साल के हैं और भारत की टी20 इंटरनेशनल टीम का हिस्सा है। दाएं हाथ के बल्लेबाज का चयन आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप की भारतीय टीम में हो गया है। अपने करियर में सबसे अच्छा कार्तिक अभी खेल रहे हैं।
कार्तिक के टी20 इंटरनेशनल करियर की बात की जाये तो उन्होंने 51 मैच खेले है और 139.72 के स्ट्राइक रेट की मदद से 598 रन बनाये है। टी20 इंटरनेशनल में उनके नाम एक अर्धशतक दर्ज है।