पूर्व भारतीय कप्तान एम एस धोनी ने 15 अगस्त 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। फैंस को उम्मीद थी कि वह एक बड़े फेयरवेल मैच के साथ अलविदा कहेंगे।
उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट डालकर अपने संन्यास की जानकारी दी। धोनी को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिए दो साल बीत चुके हैं और भारतीय क्रिकेट जगत में अब कुछ चीजें बदल गयी है।
तो इसी चीज को लेकर आज हम यहां उन चार बड़े बदलावों के बारे में बताने जा रहे है जो महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास लेने के बाद देखने को मिले है।
1. एमएस धोनी के संन्यास के बाद से कप्तानी स्थिर नहीं रही
धोनी जब टीम के कप्तान थे, तो उन्हें किसी मैच या सीरीज को मिस करते हुए देखना बहुत ही दुर्लभ होता था। उनके संन्यास के बाद से कई अलग-अलग कप्तानों का इस्तेमाल किया जा चुका हैं।
धोनी के संन्यास के बाद भारतीय टीम की कप्तानी रोहित शर्मा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल, ऋषभ पंत, शिखर धवन और हार्दिक पांड्या ने की है।
दाएं हाथ के बल्लेबाज के इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 538 मैच खेले है और 17,266 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 16 शतक, एक दोहरा शतक और 108 अर्धशतक देखने को मिले है।
2. विराट कोहली की फिटनेस
धोनी जब एक एक्टिव भारतीय खिलाड़ी थे, तब विराट कोहली दुनिया के सबसे फिट खिलाड़ियों में से एक थे। वह अभी भी सबसे फिट क्रिकेटरों में से एक है। हालांकि वो हाल ही के दिनों में चोटों से जूझ रहे है।
शायद अपने करियर में पहली बार दाएं हाथ के बल्लेबाज कोहली आराम और चोटों के कारण 2022 में कई मैचों को नहीं खेल पाए है। वो एशिया कप 2022 से भारतीय टीम में वापसी कर रहे है।
विराट के इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 463 मैच खेले है और 23,726 रन बनाये है। कोहली के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 70 शतक, 7 दोहरे शतक और 122 अर्धशतक दर्ज है।
3. टीम मैनेजमेंट
आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2021 के बाद हेड कोच रवि शास्त्री का कर्यकाल पूरा हो गया था। इसके बाद पूर्व भारतीय खिलाड़ी राहुल द्रविड़ भारतीय टीम के हेड कोच बने थे।
उनके कप्तानी में भारतीय क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत हुई है। उनकी और भारतीय कप्तान रोहित शर्मा की जोड़ी के अंडर में टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही है।
दाएं हाथ के बल्लेबाज द्रविड़ के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने कुल 509 मैच खेले है और 24,208 रन अपने खाते में जोड़े है। इस दौरान उन्होंने 48 शतक, 5 दोहरे शतक और 146 अर्धशतक लगाए है।
रोहित के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने 410 मैच खेले है और 16,000 रन अपने खाते में जोड़े है। इंटरनेशनल क्रिकेट में रोहित ने 41 शतक, 4 दोहरे शतक और 86 अर्धशतक लगाए है।
4. टीम चयन में इन्कन्सीस्टेंसी
भारत के लिए पिछले दो सालों में कई खिलाड़ियों ने डेब्यू किया है, लेकिन सभी को खुद को साबित करने के लिए लगातार मौके नहीं मिले हैं।
ऐसा तब नहीं था वहीं जब धोनी खेल रहे थे. उपलब्ध प्रतिभाओं को मिले मौकों के कारण उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
अब कई खिलाड़ी ऐसे भी देखने को मिले है जिन्होंने अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है उसके बाद भी वो टीम में अपनी जगह बनाने में नाकामयाब रहे है।