आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम सबसे सफल फ्रेंचाइजी में से एक है। उन्होंने आईपीएल में अभी तक 4 बार खिताब को अपने नाम किया है। हालांकि आईपीएल 2022 में उन्होंने बेहद खराब प्रदर्शन किया था।
चेन्नई सुपर किंग्स इस तरह का प्रदर्शन करेगी। इस चीज की उम्मीद किसी ने भी नहीं की होगी। वो इस बार टॉप 4 में भी अपनी जगह बनाने में कामयाब नहीं रहे थे।
उन्होंने लीग स्टेज में खेले 14 मैचों में से सिर्फ 4 में जीत हासिल की और 10 में हार का सामना करना पड़ा। टूर्नामेंट की शुरुआत से ही फ्रेंचाइजी बैकफुट पर थी। उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ हार के साथ अपने अभियान की शुरुआत की।
पहला मैच हारने के बाद, सीएसके और नीचे गिरती रही क्योंकि उन्होंने सीजन की अपनी पहली जीत दर्ज करने से पहले लगातार चार मैच गंवाए। शुरुआत से पहले ऑलराउंडर रविंदर जडेजा को सीएसके की कप्तानी का जिम्मा दिया गया।
हालांकि, जडेजा का कप्तानी का पहला अनुभव यादगार नहीं रहा। सीएसके के खराब प्रदर्शन और कप्तानी के अत्यधिक दबाव ने जडेजा के व्यक्तिगत प्रदर्शन पर भी असर डाला और इसी वजह से उन्होंने बीच सीजन में ही कप्तानी छोड़ दी।
एमएस धोनी को एक बार फिर आईपीएल 2022 में फ्रेंचाइजी की कमान दोबारा सौंपी। वहीं अगर चेन्नई को अगर आईपीएल 2023 में अच्छा प्रदर्शन करना है तो उन्हें अपनी 3 समस्याओं को सही करना होगा।
1. अनुभवी कलाई का स्पिनर टीम में चाहिए
पिछले आईपीएल सीजन के विपरीत जहां सीएसके के पास इमरान ताहिर और कर्ण शर्मा थे, वहीं फ्रेंचाइजी के पास मौजूदा टीम में अनुभवी कलाई का स्पिनर नहीं है।
प्रशांत सोलंकी एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके पास ये क्षमताएं हैं। हालांकि, ऐसा लगता है कि वह आईपीएल के लिए तैयार नहीं हैं। महेश तीक्ष्णा (Maheesh Theekshana) सीएसके के साथ हैं।
वह फिंगर स्पिनर हैं और वह एक विदेशी खिलाड़ी हैं। ऐसे में सीएसके शायद स्पिनर को अपने साथ जोड़कर अपनी एक विदेशी जगह नहीं भरना चाहेगा।
2. रविंद्र जडेजा के साथ चल रहे मुद्दे
आईपीएल 2022 जडेजा के लिए अच्छा नहीं रहा। इस सीजन में वो ना तो बल्ले से और ना ही गेंद से अच्छा प्रदर्शन कर पाए है। इस सीजन में उन्होंने 10 मैच खेले और सिर्फ 19.33 के औसत से सिर्फ 126 रन बनाये।
वहीं गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 49.60 की औसत से सिर्फ 5 बल्लेबाजों को ही पवेलियन का रास्ता दिखाने में कामयाब हुए है। इस दौरान उनका इकॉनमी रेट 7.52 का रहा है। वहीं उनकी फील्डिंग में भी गिरावट देखी गयी थी।
इन सबसे ऊपर, अफवाहें चल रही हैं कि सीएसके और ऑलराउंडर के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। अगर यह सच होता है, तो सीएसके एक शानदार ऑलराउंडर खो सकता है, जो एक बड़ा नुकसान होगा।
चेन्नई को सभी मुद्दों को ठीक करने की जरूरत है और जडेजा को अपने साथ बनाए रखना चाहिए। वो टीम के लिए एक मैच विनर खिलाड़ी है। उन्होंने कई बार अच्छा प्रदर्शन करते हुए टीम को मैच जितवाए है।
3. मजबूत मध्यक्रम
कुछ साल पहले सीएसके के पास सबसे भरोसेमंद और कंसिस्टेंसी से प्रदर्शन करने वाले मध्यक्रम के बल्लेबाज थे।
हालाँकि वर्तमान में मध्यक्रम बेहद अस्थिर है। 41 वर्षीय धोनी निश्चित रूप से अपने अंतिम फेज में हैं और फ्रेंचाइजी को ऐसे में उनके उपयुक्त रिप्लेसमेंट की तलाश करनी होगी।
अंबाती रायुडू और रॉबिन उथप्पा, हालांकि, कुछ और वर्षों के लिए खेल सकते हैं। हालांकि निरंतरता एक ऐसा मुद्दा होगा जिसे सीएसके को टाटा आईपीएल 2023 के लिए तैयार होने से पहले हल करना होगा।