हर एक बल्लेबाज का सपना होता हैं कि वह इंटरनेशनल लेवल पर देश के लिए अच्छा प्रदर्शन करते हुए अपनी छाप छोड़ना चाहता हैं। इसमें कई खिलाड़ी कामयाब हो जाते है और कई इसमें फेल हो जाते हैं।
अपने इंटरनेशनल डेब्यू में शतक बनाना एक खास पल होता हैं। वनडे क्रिकेट की बात की जाए तो कई ऐसे बल्लेबाज देखने को मिले है जिन्होंने अपने पहले ही मैच में शतक बनाया है और आगे चलकर टीम में अपनी जगह पक्की है।
वहीं कुछ ऐसे भी खिलाड़ी देखने को मिले है जिन्होंने पहले वनडे में तो शतक लगाया है है लेकिन उसके बाद गायब हो गए। तो आज हम आपको ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है।
1. कॉलिन इनग्राम
दक्षिण अफ्रीका के इस खब्बू बल्लेबाज ने 2010 में जिम्बाब्वे के खिलाफ अपने वनडे डेब्यू में शतक लगाया था। उन्होंने 126 गेंद में 8 चौके और 2 छक्के की मदद से 124 रन की पारी खेली।
उनकी इस पारी की मदद से दक्षिण अफ्रीका ने जिम्बाब्वे को 64 रन से हरा दिया। इसके बाद उनकी फॉर्म में गिरावट आती चली गयी और उन्होंने बहुत जल्द टीम से अपनी जगह खो दी।
इनग्राम के वनडे करियर की बात की जाए तो उन्होंने 31 मैच खेले है और 32.42 के औसत की मदद से 843 रन बनाये है। इस दौरान उन्होंने 3 शतक और 3 अर्धशतक लगाए है।
2. सलीम इलाही
दाएं हाथ के बल्लेबाज सलामी इलाही ने 1995 में श्रीलंका के खिलाफ शतकीय पारी खेली थी। उन्होंने इस मैच में 133 गेंदों में 7 चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 102 रन की पारी खेली।
उनकी इस पारी की मदद से पाकिस्तान ने श्रीलंका को 9 विकेट से हार का स्वाद चखाया था। हालांकि अपने इस प्रदर्शन को वो बरकरार नहीं रख सके और टीम से अपनी जगह खो दी।
सलीम इलाही के वनडे करियर की बात की जाए तो उन्होंने पाकिस्तान को 48 मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 36.72 के औसत की मदद से 1579 रन अपने खाते में जोड़ने में कामयाब रहे है। इस दौरान उनके बल्ले से 4 शतक और 9 अर्धशतक देखने को मिले है।
3. रोब निकोल
कीवी बल्लेबाज निकोल ने 2011 में जिम्बाब्वे के खिलाफ 131 गेंद में 11 चौके की मदद से नाबाद 108 रन की पारी खेलते हुए दिखा दिया था की वो इस रेस के लंबे घोड़े है।
हालांकि वो ऐसा साबित करने में नाकाम रहे। रोब निकोल ने न्यूजीलैंड के लिए सिर्फ 22 वनडे मैच खेले है और 30.84 के औसत की मदद से 586 रन बनाये है। वनडे में उनके नाम 2 शतक और 2 अर्धशतक दर्ज है।
4. माइकल लंब
जो लोग क्रिकेट का बारीकी से पालन करते हैं, वो जानते होंगे की लंब ने इंग्लैंड को 2010 का टी20 वर्ल्ड कप जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। वनडे में उन्होंने अपना डेब्यू 2014 में वेस्टइंडीज के लिए खिलाफ किया था।
बाएं हाथ के बल्लेबाज माइकल लंब ने अपने डेब्यू मैच में 117 गेंद में 7 चौके और 2 छक्के की मदद से 106 रन की पारी खेली। हालांकि इस मैच में इंग्लैंड को 15 रन से हार का सामना करना पड़ा था।
2015 वर्ल्ड कप के बाद इंग्लैंड की रणनीतियों और दृष्टिकोण में सुधार को देखते हुए लंब ने टीम में अपनी जगह खो दी और इंग्लैंड के लिए कभी वापस नहीं कर सके।
उन्होंने इंग्लैंड के लिए केवल 3 वनडे मैच ही खेले है और 55 के शानदार औसत की मदद से 165 रन अपने खाते में जोड़ने में सफल रहे है।
5. आबिद अली
2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था और 119 गेंद में 9 चौको की मदद से 112 रन की पारी खेली थी। उनकी ये पारी टीम को जीत नहीं दिला सकी। पाकिस्तानी टीम को इस मैच में 6 रन की हार झेलनी पड़ी।
हालांकि वो अपने इस प्रदर्शन को बरकरार नहीं रख सके और टीम से बाहर हो गए। उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच 1 नवंबर 2020 को जिम्बाब्वे के खिलाफ खेला था।
वहीं इस समय जो पाकिस्तानी टीम है उसे देखकर लगता है कि वो टीम में दोबारा वापसी नहीं कर पाएंगे।
आबिद ने पाकिस्तान के लिए मात्र 6 वनडे मैच खेले है और 39 की औसत के साथ 234 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक और एक अर्धशतक देखने को मिला है।