विकेटकीपर पिछले कुछ सालों में धीरे-धीरे विकसित हुए हैं, खासकर 50 ओवर के प्रारूप में। पहले उनकी भूमिका केवल विकेटकीपिंग करने की होती थी। वहीं अगर वो बल्ले से कुछ भी रन बनाते थे तो बोनस माना जाता था।
विकेटकीपर्स को पहले बल्लेबाज के रूप में नहीं देखा जाता था। हालांकि, अब ऐसा नहीं है। आधुनिक विकेटकीपर विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं, जिनमें कुछ सलामी बल्लेबाज भी हैं। वे आजकल टीम के लिए बहुत बड़ा योगदान देते हैं।
तो आज हम आपको उन 5 विकेटकीपर बल्लेबाजों के बारे में आपको बताने जा रहे है जिन्होंने वनडे में सर्वाधिक स्कोर बनाने का कारनामा करके दिखाया है।
1. एमएस धोनी
इस लिस्ट में शामिल होने वाले पहले विकेटकीपर-बल्लेबाज पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी हैं। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 183* रनों की पारी खेली। उन्होंने 2005 में जयपुर में यह उपलब्धि हासिल की थी।
दूसरी पारी में धोनी तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे थे और उस समय भारत का स्कोर 1 विकेट खोकर 7 रन था। इस मैच में भारत 299 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहा था।
धोनी ने 145 गेंदों के 15 चौके और 10 छक्कों की मदद से यह (183) शानदार पारी खेली थी। उनकी इस पारी की मदद से भारत ने 6 विकेट से अपने नाम कर लिया। एमएस धोनी की इस शानदार पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का अवार्ड दिया गया था।
2. क्विंटन डी कॉक
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान क्विंटन डी कॉक 178 के स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर हैं। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने सेंचुरियन में बड़ा स्कोर बनाया था।
वो दक्षिण अफ्रीका के एकमात्र विकेटकीपर-बल्लेबाज हैं जिन्होंने वनडे मैचों में 150+ का स्कोर बनाया है।
ऑस्ट्रेलिया द्वारा दिए गए 295 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए डि कॉक ने रिले रोसौव के साथ पारी की शुरुआत करते हुए 145 रनों की शानदार साझेदारी की। डी कॉक ने 16 चौकों और 11 छक्कों की मदद से 178 रन की शानदार पारी खेली।
उनकी इस शानदार पारी की मदद से दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट और 82 गेंद शेष रहते हुए मैच को अपने नाम कर लिया। उनकी इस शानदार पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच के अवार्ड से नवाजा गया।
3. लिटन दास
बांग्लादेश के विकेटकीपर लिटन दास की यह शानदार वाली पारी पिछले साल जिम्बाब्वे के खिलाफ आई थी।
दास ने सिलहट में 143 गेंदों में 176 रन बनाए, वह पहले बांग्लादेशी विकेटकीपर और वनडे मैचों में 150+ स्कोर दर्ज करने वाले दूसरे बल्लेबाज बने। दायें हाथ के बल्लेबाज लिटन ने अपनी इस पारी में 16 चौके और 8 छक्के लगाए।
बांग्लादेश ने यह मैच 143 रन के विशाल अंतर से अपने नाम करने में सफलता हासिल की। उनकी इस शानदार पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच के अवार्ड से नवाजा गया।
4. एडम गिलक्रिस्ट
एडम गिलक्रिस्ट अपने आक्रामक खेल के लिए जाने जाते हैं, जिसके लिए उनकी हमेशा तारीफ भी की जाती रही है। गिलक्रिस्ट ने 2004 में जिम्बाब्वे के खिलाफ 126 गेंद में 172 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली थी।
बाएं हाथ के बल्लेबाज वनडे में 150+ स्कोर करने वाले एकमात्र ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर-बल्लेबाज हैं। अपनी इस पारी में उन्होंने 13 चौके और 3 छक्के लगाए थे।
गिलक्रिस्ट की इस पारी की मदद से ऑस्ट्रलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 7 विकेट खोकर 344 रन का स्कोर खड़ा करने में कामयाब रही थी। ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच आसानी से 148 रन से जीत लिया।
5. ल्यूक रोंची
न्यूजीलैंड के इस पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने भी इस लिस्ट में अपनी जगह बनाने में सफलता पायी है।
दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 2015 में डुनेडिन में श्रीलंका के खिलाफ 170* रन की शानदार पारी खेली थी। यह वनडे में सातवें नंबर के बल्लेबाज का हाईएस्ट स्कोर है।
पहली पारी में रोंची जब बल्लेबाजी करने आये तब कीवी टीम 93 रन पर 5 विकेट खोकर संघर्ष कर रही थी। ल्यूक रोंची ने ग्रांट इलियट के साथ 267 की साझेदारी की और न्यूजीलैंड को कुल 360/5 का स्कोर बनाने में मदद की।
ग्रांट इलियट और ल्यूक रोंची के शतकों ने ब्लैककैप की आसान जीत सुनिश्चित की। उनके बीच 267 रन की साझेदारी वनडे इतिहास में छठे विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी है।