आईसीसी के इवेंट्स को क्रिकेट की दुनिया में सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंटों में से एक माना जाता हैं। आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप, चैंपियंस ट्रॉफी, वनडे वर्ल्ड कप जैसे इवेंट्स करवाती हैं।
ऐसे में आईसीसी ट्रॉफी जीतना एक बड़े सम्मान की बात है। कई खिलाड़ी इस सपने को अपने करियर के अंत तक लेकर चलते हैं। कुछ इसे पूरा करते हैं, जबकि कुछ नहीं कर पाते हैं।
तो आज हम आपको 5 लोकप्रिय खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने आईसीसी टूर्नामेंट जीतने के अपने सपने को पूरा किया और फिर इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया।
1. इमरान खान (1992 वनडे वर्ल्ड कप)
इमरान खान ने1992 में पाकिस्तान टीम की कप्तानी करते हुए वर्ल्ड कप जीता। फाइनल मैच में पाकिस्तान ने इंग्लैंड को 22 रनों से हराया। इस मैच में उन्होंने 72 रन की पारी खेली।
उनकी इस पारी की मदद से पाकिस्तान 50 ओवरों में 6 विकेट खोकर 249 रन का स्कोर खड़ा करने में कामयाब रहा। वहीं इंग्लैंड की टीम 227 रन पर सिमट गयी।
खान ने उसी वर्ष इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया, मार्च 1992 में अपना आखिरी वनडे मैच खेला। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 175 वनडे मैच खेले है और 3709 रन बनाये है। वहीं गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 182 विकेट लिए है।
2. ग्लेन मैक्ग्रा (2007 वनडे वर्ल्ड कप)
ग्लेन मैक्ग्रा की गिनती दुनिया के सबसे महान तेज गेंदबाजों में की जाती हैं। इस महान गेंदबाज ने अपने दौर में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों को काफी परेशान किया।
मैक्ग्रा ने 2007 में ऑस्ट्रेलिया के साथ वनडे वर्ल्ड कप जीतने के बाद संन्यास ले लिया। टूर्नामेंट में उन्होंने सबसे ज्यादा 26 विकेट लिए थे। उन्होंने 2006-07 एशेज के बाद संन्यास ले लिया जब ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 5-0 से हराया था।
दाएं हाथ के पूर्व तेज गेंदबाज के इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 376 मैच खेले है और 949 विकेट अपने नाम करने में कामयाबी हासिल की है।
3. माइकल क्लार्क (2015 वनडे वर्ल्ड कप)
माइकल क्लार्क अपनी पीढ़ी के महानतम बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होंने 2015 में अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को 5वां वर्ल्ड कप जितवाया।
क्लार्क के इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 394 मैच खेले है और 17,112 रन अपने नाम किये है। क्लार्क ने 2015 एशेज सीरीज के बाद संन्यास लेने का फैसला किया।
हालांकि उनकी बल्लेबाजी क्षमता में कोई कमी नहीं आई, लेकिन क्लार्क को पीठ की समस्या का सामना करना पड़ा, जिसके कारण उनकी फॉर्म में गिरावट आई।
2015 एशेज सीरीज में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को 3-2′ से हराया था। इस हार के बाद क्लार्क ने सभी इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी।
4. ब्रैड हैडिन (2015 वनडे वर्ल्ड कप)
ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ब्रैड हैडिन अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे। इसके अलावा वो हैडिन स्टंप्स के पीछे भी शानदार काम कर रहे थे।
उन्होंने शानदार कैच लपके और कई बार ऑस्ट्रेलिया को बचाया। अपने इंटरनेशनल करियर में, हैडिन ने एक फिनिशर के रूप में काम करते हुए दिखाई दिए है।
हैडिन ने कप्तान माइकल क्लार्क के साथ 2015 वर्ल्ड कप जीतने के बाद संन्यास ले लिया। हैडिन के टेस्ट करियर को कोच डैरेन लेहमैन ने पहले ही बंद कर दिया था क्योंकि वह अपनी बीमार बेटी के कारण 2015 एशेज में दूसरा टेस्ट नहीं खेल पाए थे।
5. बीजे वाटलिंग (2021 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप)
न्यूजीलैंड द्वारा भारत के खिलाफ 2021 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल जीतने के बाद बीजे वाटलिंग ने संन्यास ले लिया। वाटलिंग को इस पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बल्लेबाजों में से एक माना जाता हैं।
उनके नाम वर्तमान में न्यूजीलैंड के लिए एक विकेटकीपर के रूप में सबसे ज्यादा खिलाड़ियों को आउट करने का रिकॉर्ड दर्ज है। वाटलिंग के टेस्ट करियर की बात की बात करे तो उन्होंने 75 मैच खेले है और 3790 रन बनाये है।