टेस्ट क्रिकेट में अगर आपको सफल होना है तो कंसिस्टेंसी दिखाना जरुरी है। वहीं अगर आपक टेस्ट में शतक बनाना है तो आपको क्रीज पर काफी समय बिताना होगा।
हालांकि कभी-कभी, किसी क्रिकेटर के लिए लगातार टेस्ट शतक बनाना कठिन हो सकता है। हालांकि, कुछ ऐसे भी हैं क्रिकेटर रहे है जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में लगातर शतक लगाए है।
तो आज हम आपको उन छह भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने टेस्ट में लगातार सबसे ज्यादा शतक बनाने का कारनामा करके दिखाया है।
6) विराट कोहली- लगातार 3 शतक
पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाने में सफलता पायी है। 2017 में जब श्रीलंका ने भारत का दौरा किया तो विराट ने तीनों मैचों में शतक बनाए।
उन्होंने कोलकाता टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 104*(मैच की तीसरी पारी), नागपुर में दूसरी पारी में 213 और दिल्ली में पहली पारी में 243 रन की शतकीय पारी खेली थी।
कुल मिलाकर विराट कोहली ने उस सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाये थे। उन्होंने 152.20 की शानदार औसत औसत के साथ 610 रन बनाए। भारत ने वह सीरीज 1-0 से अपने नाम कर ली थी।
5) विनोद कांबली- 3 लगातार शतक
विनोद कांबली ने भी लगातार तीन शतक लगाए थे। उन्होंने मुंबई में फरवरी 1993 में इंग्लैंड के खिलाफ 224 (दूसरी पारी) रन की पारी खेली थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली में जिम्बाब्वे के खिलाफ मार्च 1993 में 227 रन की पारी खेली थी।
कांबली ने इसके बाद जुलाई 1993 में कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ 125 रन की पारी खेली थी। विनोद कांबली के टेस्ट करियर की शुरुआत अच्छी रही लेकिन यह ज्यादा समय तक नहीं चला।
हालांकि अनुशासनहीनता और तकनीकी दिक्कतों के चलते कांबली ज्यादा दिन टिक नहीं पाए। मुंबई के इस क्रिकेटर ने 24 साल की उम्र से पहले ही अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था।
4) सुनील गावस्कर- 3 लगातार शतक (दो बार )
टेस्ट में 10000 रन बनाने वाले पहले भारतीय, सुनील गावस्कर अभी भी भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने के मामलें में तीसरे स्थान पर काबिज है। उन्होंने दो मौकों पर टेस्ट में लगातार तीन शतक बनाए।
गावस्कर ने 1971 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया और अपने डेब्यू सीजन में ही उन्होंने वेस्टइंडीज के खतरनाक गेंदबाजी अटैक के सामने लगातार तीन शतक बनाए।
अप्रैल 1971 में ब्रिजटाउन में वेस्टइंडीज के खिलाफ 117* (चौथी पारी) रन की पारी खेली। अप्रैल 1971 में पोर्ट ऑफ स्पेन में 124 (पहली पारी) रन की पारी खेली। इसके बाद उसी मैदान पर अप्रैल 1971 में 220 (तीसरी पारी) रन की पारी खेली।
उन्होंने सात साल बाद इस कारनामे को दोहराया। हालांकि, भारत इनमें से कोई भी मैच नहीं जीत सका। उन्होंने पाकिस्तान में नवंबर 1978 में 111 (पहली पारी) रन, नवंबर 1978 में उसी मैदान पर 137 (तीसरी पारी) रन की पारी खेली।
इसके बाद दिसंबर 1978 में मुंबई में पाकिस्तान के खिलाफ 205 रन (पहली पारी) की पारी खेली।
3) पोली उमरीगर- 3 लगातार शतक
टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले पोली उमरीगर पहले भारतीय थे। पूर्व कप्तान, उमरीगर लगातार तीन शतक चेन्नई, कानपुर और दिल्ली में लगाए थे। ये तीनों मैच ड्रा रहे थे।
उन्होंने चेन्नई में पाकिस्तान के खिलाफ जनवरी 1961 में 117 (दूसरी पारी) रन की पारी खेली। उमरीगर ने फिर दिल्ली में फरवरी 1961 में पाकिस्तान के खिलाफ 112 (पहली पारी) रन की शतकीय पारी खेली।
दाएं हाथ के बल्लेबाज पोली उमरीगर ने तीसरा शतक दिसंबर 1961 में इंग्लैंड के खिलाफ कानपुर में नाबाद 147 (पहली पारी) रन की पारी खेली।
2) विजय हजारे- लगातार 3 शतक
विजय हजारे भी इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाने में सफल हो गए है। उन्होंने मुंबई में वेस्टइंडीज के खिलाफ फरवरी 1949 में 122 (चौथी पारी) रन की पारी खेली।
इसके बाद उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में नवंबर 1951 में 164* (दूसरी पारी) रन की शानदार पारी खेली। हजारे ने इसके बाद मुंबई में दिसंबर 1951 में इंग्लैंड के खिलाफ 155 (पहली पारी) रन की पारी खेली थी।
विजय हजारे के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने 30 टेस्ट मैच खेले है और 47.65 के औसत की मदद से 2192 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 7 शतक और 9 अर्धशतक देखने को मिले है।
1) राहुल द्रविड़- 4 लगातार शतक
द्रविड़ छह भारतीय खिलाड़ियों की इस लिस्ट में टॉप पर हैं जिन्होंने टेस्ट में लगातार सबसे ज्यादा शतक बनाए हैं। उन्होंने पहला शतक नॉटिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ अगस्त 2002 में लगाया था। इस मैच में उन्होंने 115 (तीसरी पारी) रन की पारी खेली थी।
इसके बाद राहुल द्रविड़ ने लीड्स में इंग्लैंड के खिलाफ अगस्त 2002 में 148 (पहली पारी) रन की पारी खेली। भारत की दीवार कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ ने ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ सितंबर 2002 में 217 (दूसरी पारी) रन की शानदार पारी खेली।
दाएं हाथ के इस बेहतरीन बल्लेबाज ने इसके बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई में अक्टूबर 2002 में 100* (पहली पारी) रन की पारी खेली।