भारतीय क्रिकेट टीम ने अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों के दम पर वर्ल्ड क्रिकेट में अपना नाम बनाया है। कई बार भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने बड़े स्कोर बनाकर गेंदबाजों का काम आसान कर दिया है।
गेंदबाजी में भी कई बार भारतीय टीम कंजूस हो गई और विपक्ष को रन नहीं बनाने दिया। सीधे शब्दों में कहें तो भारतीय टीम के बल्लेबाज और गेंदबाज एक दूसरे के कॉम्पलिमेंट हैं।
वहीं बल्लेबाजों ने बल्ले के अलावा कई मौकों पर गेंद से भी अच्छा प्रदर्शन किया है। इसी तरह गेंदबाजों ने भी बल्ले से अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है।
तो आज हम आपको उन सभी 4 भारतीय बल्लेबाजों के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने गेंदबाजी करते हुए 5 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाने में सफलता पायी है।
1. सौरव गांगुली
भारत के पूर्व सौरव गांगुली हमारी लिस्ट में पहले स्थान पर हैं। उन्होंने 1997 में कनाडा में पाकिस्तान के खिलाफ उपलब्धि हासिल की। उन्होंने उस मैच में 16 रन देकर 5 विकेट लिए।
भारत ने पचास ओवर में छह विकेट पर 182 रन बनाए और जवाब में पाकिस्तान को 148 रन पर आउट कर दिया। सौरव गांगुली को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
गांगुली के इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 311 मैच खेले है और 41.02 की औसत के साथ 11363 रन बनाये है। गांगुली के नाम वनडे में 22 शतक और 72 अर्धशतक दर्ज है। वहीं गेंदबाजी करते हुए दादा ने 100 विकेट लिए है।
2. कृष्णमचारी श्रीकांत
कृष्णमाचारी श्रीकांत, हालांकि एक बल्लेबाज हैं, लेकिन उन्होंने भारतीय टीम के लिए गेंद से भी योगदान दिया है। श्रीकांत भारतीय टीम के लिए एक ही सीरीज में दो बार 5 विकेट लेने का कारनामा कर चुके हैं।
श्रीकांत 1998 में न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में शानदार फॉर्म में थे, उन्होंने विजाग में 26 रन देकर 5 विकेट लिए और उसके बाद इंदौर में तीसरे वनडे में 32 रन देकर 5 विकेट लिए।
दाएं हाथ के बल्लेबाज के वनडे करियर की बात करें तो उन्होंने भारत को 146 मैचों में रिप्रेजेंट करते हुए 29.01 की औसत के साथ 4091 रन बनाये है। वहीं 33 पारियों में गेंदबाजी करते हुए 25 विकेट लिए है।
3. सचिन तेंदुलकर
महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने बल्लेबाजी के अलावा गेंद से भी अपना नाम बनाया है। उन्होंने वनडे क्रिकेट में दो बार पांच विकेट लिए हैं, संयोग से दोनों बार कोच्चि में ही लिए है।
1998 में, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ, तेंदुलकर ने 10 ओवर में 32 रन देकर पांच विकेट लिए और भारत को जीत दिलाई। इसके बाद 2005 में फिर से हुआ जब सचिन ने पाकिस्तान के खिलाफ 5 विकेट लिए।
सचिन के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा मैच खेले है और 44.83 के औसत के साथ 18426 रन अपने खाते में जोड़ने में सफल रहे है।
इस दौरान वो 49 शतक, एक दोहरा शतक और 96 अर्धशतक लगाए है। वहीं 270 पारियों में गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 154 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है।
4. वीरेंद्र सहवाग
बहुत कम लोगों को पता होगा कि वीरेंद्र सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट लिए हैं। सहवाग ने 2008 में दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में यह उपलब्धि हासिल की थी।
ऑस्ट्रेलियाई टीम की पहली पारी के दौरान सहवाग ने 104 रन देकर 5 विकेट लिए। इस मैच में वो बल्ले से अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे थे। हालांकि उन्होंने अपनी गेंदबाजी से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
सहवाग के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने भारत को 104 मैचों में रिप्रेजेंट करते हुए 49.34 की औसत के साथ 8586 रन बनाये है।
इस दौरान उन्होंने 23 शतक, 6 दोहरे शतक, 2 तिहरे शतक और 32 अर्धशतक लगाए है। वहीं गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 40 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाने में सफलता पायी है।
5. युवराज सिंह
कई लोग युवराज सिंह को ऑलराउंडर मानते हैं लेकिन वह पार्ट टाइम गेंदबाज ही थे जिनको वर्ल्ड कप 2011 में तिलकरत्ने दिलशान की तरह अच्छे से प्रयोग किया गया।
युवराज के एकदिवसीय क्रिकेट के आंकड़े वीरेंद्र सहवाग के गेंदबाजी आंकड़े ही जैसे हैं अतः उन्हें ऑलराउंडर कहना थोड़ा ज्यादा होगा।
उन्होंने 304 वनडे मैचों में 161 पारियों में 111 विकेट लिए और आयरलैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप में 31 रन देकर 5 विकेट लिए। उन्होंने 2 बार भारतीय पारी की शुरुआत भी की है।